STORYMIRROR

Swaraangi Sane

Drama

2  

Swaraangi Sane

Drama

बँटी हुई सी

बँटी हुई सी

1 min
142


सबको बाँटकर

जो बचे उसी से

गुज़ारती है।


उसके बँट जाने से

सब पूरे खुश हैं

वह बाँटती है

बहुत कुछ।


पर अपने

दुःख क्या सुख भी

नहीं बाँट पाती

किसी से।


उसके अंतस में

ऐसी कई चीज़ें हैं

जो पर्वत हो गई हैं।


जिन्हें वो   

बाँटने भी गई तो

खारिज कर दिया जाएगा

उसे ही सिरे से।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama