बलिदान दिवस
बलिदान दिवस
सचमुच अमूल्य रत्नों का माँ
गोदी ले पालन करती है ।
सीपी में मोती को सहेज
प्राणों का सौरभ भरती है ।
देकर के वायु अन्न जल भी
वह भूख प्यास भी हरती है ।
पय को देती अक्षय उड़ेल
माता बन जाती धरती है ।
सचमुच अमूल्य रत्नों का माँ
गोदी ले पालन करती है ।
सीपी में मोती को सहेज
प्राणों का सौरभ भरती है ।
देकर के वायु अन्न जल भी
वह भूख प्यास भी हरती है ।
पय को देती अक्षय उड़ेल
माता बन जाती धरती है ।