बिना अपेक्षा काम -देता है आराम
बिना अपेक्षा काम -देता है आराम
बिना अपेक्षा लिए हुए मन में करते जाएं काम,
की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाएगा आराम।
कहना-सोचना आसां है पर मुश्किल बहुत निभाना,
नीयत साफ - दृढ़ निश्चय रखकर होगा इसको पाना।
ऐसा होना है मुश्किल थोड़ा पर नहीं असंभव काम
की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाएगा आराम ।
शुभ लक्ष्यों को निर्धारित कर मंजिल पर बढ़ जाना है,
छूटे न अधिकार किसी का ,तो निज कर्त्तव्य निभाना है।
साथ सदा सच का ही देना है,न भूलें कभी भी निज काम,
की जो अपेक्षा हुई न पूरी,तो खो जाएगा आराम।
लक्ष्य सदा ही ऊंचा ही रखना और करना भर शक्ति प्रयास,
मिलेगी सफलता हर हाल में ही रखिए मन में दृढ़ विश्वास।
तन -मन -धन से करें समर्पण हम निज कर्त्तव्य के नाम,
की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाएगा आराम।
बिना अपेक्षा लिए हुए मन में करते जाएं काम,
की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाएगा आराम।
