भारतीय योद्धा
भारतीय योद्धा
रण तेरी - रण मेरी
रण कलयुग का नाम है ,
रण से ही युग का नाश है,
जिसने भी रण की शुरुआत की,
वो तहस - नहस हो जाता है
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हार पाकर बाद में पश्च्याताप ही रह जाता है,
चाहे वो रावण हो या अत्याचारी कंस ,
हिंसावादी हिटलर हो या आंतको का गढ़ ,
हार तो तेरी होगी ड्रैगन - 2
भारत के योद्धाओं से,
क्योंकि तुने ही ललकारा है ,
अब भारत की ललकारा सुनों तुम ,
रणवीरो की भुजाओं से
कितने शीश कुचल देंगे
गिनना तुम शमशानों पे,
ये भारत के रणबांकुरे
परवाह नहीं करते प्राणों के ,
कफ़न बाँध के लड़ने चलते
हैं मतवाले अखण्ड भारत के,
अगर तुम एक मारोगें तो
दस - दस मारे जाओगे,
रोते - रोते अपने घर में वैसे ही मर जाओगे,
अभी समय हैं संंभल जाओ
पीठ में खंजर घोंपने वाले,
क्योंकि, प्यार-अत्याचार भी करना हम जानते हैं
राम - कृष्ण की भूमि पर
रावण - कंंस मारना जानते हैं।
