भारत देश हमारा
भारत देश हमारा
देश ऐसा विश्व में
रिश्तों कि मर्यादा है
माँ बहन नारी शक्ति
गरिमा गौरव विश्वास
आशा कि ज्योति जलती।।
ऋतुएं मौसम जहां
स्वर्ग का आभास कराती
जीव आत्मा वेदना सत्य
जीवन मौलिक मूल्य बताती।।
नदियां सागर में भी
देवी देवो का वास
पत्थर और कण कण
अविनि में ईश्वर कि
आवाज बताती।।
गौ गौरी गंगा कि बात
निराली मत्स्य कच्छप
वाराह भी अवतारी
वन जीवन जल जीवन
जीवन दर्शन का भाष्य
बताती।।
धर्म ध्वज है मानवता
पशु पक्षी लता गुल्म
वृक्ष सभी भी पूजे जाते
प्रकृति प्राण का शाश्वत
सत्य सनातन है भाषी।।
काल निरंतर अपनी
गति में देवो के आने
जाने का गुणगान कराती
पावन भूमि है भारत
विश्व का संध्या और प्रभाती।।
गुरु शिष्य कि परम्परा
माता पिता कि सेवा थाती
रिश्तो का बंधन समाज
जन्म जीवन कि दिया वाती।।
भारत देश है प्यारा
विश्व गुरु है न्यारा
कोई एक मुल्क नहीं
जिसको भारत कि
शौम्य सभ्यता नहीं
है भाती।।