भारत अभिमान परमवीर- जांबाज विक्रम वत्रा
भारत अभिमान परमवीर- जांबाज विक्रम वत्रा
नैना देवी ज्वाला देवी
तप त्याग कि भूमि
हीम हिमांचल माताओं
का आँचल सम्मान।।
गौरव गाथा कि
भूमि भारत की अहंम
प्रतिष्ठा कि अवनि
बत्रा विक्रम के प्रथम
पग जन्म का अभिमान।।
भारत माता माताओं का
आशीर्वाद बत्रा विक्रम
नाम नही जन्म जीवन का
उद्देश्य अभिप्राय ।।
सन चौहत्तर का जन्मा
ओज ओजस्वी वत्रा विक्रम
मातु पिता कुटुंब की
आशा अरमान।।
भारत की सेना का
उत्साह ऊर्जा जांबाज
रण कौशल का कुशल
शत्रु का दमन वत्रा विक्रम
काल भारत के बीर जवानों
का अस्ति
त्व सत्य।।
कारगिल युद्ध छद्म
छल नियोजित प्रपंच शत्रु का
वत्रा विक्रम जैसे शुरबीर
जहां ,भारत कि सीमाओं पर
गीदड़ भभकी सम्भव कहां।।
चाहे हो जितनी ऊंचाई
हो चाहे सागर अन्तर्मन
गहराई शत्रु का सीना
चिर रक्त से माँ भारती का
करते अभिषेक।।
विक्रम वत्रा भारत की
माताओं ममत्त्व ममता
अंचल का सिंह श्रेष्ठ।।
जीवन मात्र पच्चीस सावन
वसंत अमर समर बलिदानी
कारगिल रण में ।।
भारत का रण बाँकुरा
वीर वत्रा विक्रम
पल प्रहर प्रवाह युग युग
जीवन संचारो मे।।