भाईचारा
भाईचारा
सोचता हूं प्यार करना चाहिए।
मुझको तेरे दिल में रहना चाहिए।
कब तलक बढ़ती रहेंगी नफरतें।
अब तो ये दीवार गिरना चाहिए।
दिल को दिल के पास होना चाहिए।
अब तो ये दूरी सिमटनी चाहिए।
कब हटेगी नफरतों की गर्द ये।
दुश्मनी अब तो पिघलनी चाहिए।
आओ मिलकर साथ हम यूं बढ़ चले।
जंग का साया सिमटना चाहिए।
