दिल परेशान है
दिल परेशान है
दिल परेशान है और हैरान है,
तुमको जीना ना आये तो मैं क्या करूं।
मैयकदे में थी साकी यूं बिखरी हुई,
तुमको पीना न आए तो मैं क्या करूं।
ज़ख़्म सीने के यूं ही थे उभरे हुए,
तुमको सीना न आए तो मैं क्या करूं।
अश्क आंखों से यूं इस तरह बह रहे,
तुमको पीना न आए तो मैं क्या करूं।
दोस्त की दोस्ती में कोई खम न था,
हो गए बेवफा तुम तो मैं क्या करूं।
