बेटियाँ
बेटियाँ
पिता के आकाश की परी होती हैं बेटियाँ
माँ के सुंदर गहनों में जड़ी होती हैं बेटियाँ
बात-बात पर भावुक होती हैं बेटियाँ
दिल की बड़ी नाज़ुक होती हैं बेटियाँ
महक उठता है घराना जहाँ मुस्कुराती है बेटियाँ
पहाड़ टूट पड़ता है जब दूर जाती हैं बेटियाँ
ख़ुशियों की वृष्टि होती हैं बेटियाँ
सदन की समृद्धि होती हैं बेटियाँ
तड़के की पहली किरण होती हैं बेटियाँ
देवी का मानस अवतरण होती हैं बेटियाँ।
