STORYMIRROR

Altaf Hussain

Abstract

4  

Altaf Hussain

Abstract

बेटियां

बेटियां

1 min
373

जिम्मेदारियों का बोझ परिवार पे पड़ा तो

आटो, रिक्शा, ट्रेन को चलाने लगी बेटीयां


साहस के साथ अंतरिक्ष तक भेद डाला

युद्धक विमान भी उड़ाने लगी बेटिया


और कितने उदाहरण ढुढ़कर लाऊ

हर क्षेत्र शाक्ति आजमाने लगी बेटीयां


वीर की शहादत पे अर्थी को कांधा देके

अब शमशान तक जाने लगी बेटियां।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract