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Dheeraj kumar shukla darsh

Abstract

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Dheeraj kumar shukla darsh

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बांग्ला नववर्ष

बांग्ला नववर्ष

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नववर्ष बांग्ला का आज

आया खुशियाँ लेकर

कहते हैं एक दूजे को

शुभो नोबो बोरसो

गौ की पूजा करते


बड़ो का आशीष लेते

मेले का आयोजन

आज के दिन है होता

राधाकृष्ण मुर्ति को 


घर में स्थापित करते

एक साथ सब इनकी

पूजा है लोग करते

एक परंपरा और है

आज के दिन यहाँ


लोग पुआल को जलाकर

गतवर्ष के कष्टों की

इसमें आहुति देते

वैशाख माह को ये

बहुत शुभ है मानते

नववर्ष बंगाल का

शुभकामनाएँ हम हैं देते।


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