अज़ब गज़ब सबक
अज़ब गज़ब सबक


दुःखी पति से पूछा,
बीमारियाँ आजकल रूप बदल कर आ रही है,
इस विषय पर आप कुछ फरमाएंगे
वो बोले, फरमाया तो क्या आप समझ पाएंगे ?
अजी लाइलाज बीमारियां ऐसे ही रूप बदल कर आती हैं
और डॉक्टरों के साथ मासूम जनता को सताती हैं।
वो भी एक दौर था जब लाल रंग खतरे का निशान था।
हमने कहा वो तो आज भी हैं
अजी अब इसमें गहरे राज़ भी है
पहले दुल्हन लाल जोड़े में आती थी
उसके जोड़े और सिंदूर के डर से
विवाह सीधी रेखा में चलता था।
अगर कभी मन मचला तो हम पर पत्नी के साथ
साथ पिता जी का जूता और मां का बेलन भी चलता था।
पर आज ये प्रथा बदलती जा रही है
होने वाली दुल्हन अपने जोड़े में नये नए
रंगों को आजमा रही है।
कभी झूठे मुकदमे तो तलाक़ का झगड़ा चलता है
पति बेचारा पहचान ही नहीं पाता
कि अब खतरा किस रंग में ढलता है।
शादी की शेरवानी पहनते ही फरमान जारी
बेटा बहुत दिन शेर बन लिया
अब चूहे का प्रमाण पत्र जारी।
इस तर्क से हमारे भी आँसू भर आये
समझाने गए थे समझ कर घर आये।