अपना भारत बदल रहा
अपना भारत बदल रहा
देश-विदेश में ख्याति फैली
भारत अपना बदल रहा
आतंकवाद की रीढ़ तोड़कर
स्पष्ट इरादा कर रहा।।
शत्रुओं को भी अपना बनाता
विरोध गलत का कर रहा
आंतरिक-बाहरी संबंधों में सांमजस्य बैठा
निर्विरोध आगे बढ़ रहा।।
हस्तक्षेप किया न अमेरीका ने भी
पर भारत, बातचीत में तालिबान में उससे आगे रहा
जान जाये न किसी हिन्दुस्तानी की
भरपूर प्रयास ये कर रहा।।
लोहा मान रहा हर देश इसकी सोच का
ऐसा, सहभागिता का ढंका बजा रहा
मदद के लिए सदा तैयार खडा़
संग विश्वास, जोश के बढ़ रहा।।
पैगाम भेजता अपने कर्मों से
हर देश इशारा समझ रहा
नही झुकेगा नही रूकेगा
आत्मनिर्भर बन, भारत विश्वशक्ति बनने तैयार खड़ा।।
