अफवाहें काले जादू की
अफवाहें काले जादू की
अफवाहों की क्या बात करें। अफवाह तो एकदम फैल जाती है।
गली के एक नुक्कड़ से पूरे शहर में फैल जाती है।
आंखों देखी सच्ची बात आज हम आपको बतलाते हैं
कैसे अफवाह फैल जाती है उसका किस्सा बतलाते हैं
एक बार की बात बताएं चौराहे पर पड़ा था नींबू
पास पड़ा था मौली का धागा।
किसी गाड़ी ने कुचला था नींबू का कर दिया था चूरा
थोड़ी देर में हुई जमा हुआ बहुत लोगों की भीड़ तरह-तरह की बातें हो गई
कोई कहता यह टोना टोटका किसके लिए है किया गया।
कोई कहता यह काला जादू किसने है यह किया।
बहुत बात का हुआ बतंगड़ सब एकदम असमंजस में थे ,लोगों के मुंह पर भय था।
जो नहीं मानते काले जादू में वे मंद मंद मुस्कुरा रहे थे।
सारे वातावरण का भी वे आनंद उठा रहे थे।
थोड़ी देर बाद एक लड़की कुछ ढूंढते ढूंढते आई।
देख मौली का धागा रोड पर खुशी से उसको उठाने आई।
सब बोले यह क्या कर रही हो।
यह काला जादू तुम पर चढ़ जाएगा।
वह बोली यह मेरा धागा और यह नींबू मेरी थैली का।
जब मैं यहां से जा रही थी। हाथसे थैली गिर गई थी।
सब चीजें उठा ली थी।
नींबू और यह मौली रह गई।
घर जाकर जब मैंने देखा कि मेरी मौली कहां गयी
तब मुझे याद आया थेली गिरी वही पड़ी होगी।
आकर देखा सब सच निकला मौली भी यही थी।
नींबू गिरा वह भी यही था। मगर आपने यह भीड़ क्यों जमा कर रखी है।
कुछ लोग धीरे से बोले हमको लगा किसी ने यह काला जादू करा है।
टोना टोटका कर नींबू यहां
धरा है।
साथ में मौली भी रखी है।
अभिमंत्रित डोरा रखा है।
पुरी बात सुनी तो समझ में आया यह तो तुम्हारी मौली का धागा और नींबू है।
कोई टोना टोटका नहीं है।
वह लड़की बोली आप सब इतने पढ़े लिखे हैं।
काले जादू में मानते हैं। इतना अंधविश्वासी कैसे हैं।
थोड़ी आंखें खोल कर देखें और अंधविश्वास से दूर निकलो।
कोई काला जादू नहीं होता है।
इस बात को आप मानिए।
नहीं तो अर्थ का अनर्थ होते देर नहीं लगेगी ।
सबकी आंखें खोल वह लड़की अपने घर को जाने लगी।
शर्म के मारे एक दूसरे से बातें करते हुए सब लोग भी वहां से खिसकने लगे।
जाते जाते एक जने ने उस नींबू को पांव से दूर खसकाया।
ताकि उनकी तरह कोई दूसरा भी धोखा ना खा जाए।
और काले जादू की अफवाह की लपेट में ना आ जाए।