अंधेरा (एक बार फिर)
अंधेरा (एक बार फिर)
एक बार फिर यह अंधेरा,
जो छाया आसमान में,
प्रकाश में बदल जायेगा।
निराश मत होना कभी,
हौसला बनाएं रखना
वह वक्त भी नहीं रहा
यह वक्त भी बीत जायेगा।।
एक बार फिर यह अंधेरा,
जो छाया आसमान में,
प्रकाश में बदल जायेगा।
निराश मत होना कभी,
हौसला बनाएं रखना
वह वक्त भी नहीं रहा
यह वक्त भी बीत जायेगा।।