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Vikram Tomar

Romance

3  

Vikram Tomar

Romance

अजनबी इश्क

अजनबी इश्क

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एक अजनबी सी शाम में जो तू करीब से मेरे गुज़र गया

आँखों के रस्ते आ कर सीधा रूह में उतर गया,


चन्द बूंदें ओस की आ कर रुकी थी तेरे चहरे पर , 

लब मुस्कुराये कुछ इस अदा से जो जहाँ था वहीं ठहर गया....


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