अगर कुछ लोग माँग करेंगें बाबरी मस्जिद का स्थापना के लिये...
अगर कुछ लोग माँग करेंगें बाबरी मस्जिद का स्थापना के लिये...
अगर कुछ लोग माँग करेंगें बाबरी मस्जिद का स्थापना के लिये...
तो भी उनका श्रधा करना,,,,
तो फिर भी जरूरी है शान्ति भाईचारा इस समय कायम रखना।
हम हिन्दुओ को ये जागरण लाना है कि प्रभू श्रीराम को हम हर जगह तलाश करते है।
हर मन्दिर हर घर हर दिल मेँ राम बैठे है ।
जो साईबाबा का निति उसे अपनाए धैर्य सबुरी।
कुछ भी हासिल नहीं होता हिंसा से तोडने से,,,,,
असम्भव नहीं कुछ उनलोगों के लिये जो तोड़ना चाहते हैं पर,,,
अगर हिन्दूओ ने राम जन्मा भूमि को हर दिशा से देखेंगेँ हर जगा अयोध्या का राम मिलेंगें ।
क्युंकि वो तो देब भूमि हे।
हर जगह राम बैठे हैं।
राम नाम से मूर्ती या तस्बीर लगाना चाहिए
तब दुसरे धर्म को ये मानने पर मजबूर होगा
कि राम तो हर के दिल में मन में बैठा हे,,,
वो जगह से लोग ब्यस्त बिब्रत बिचलित क्यूँ होगें??
भय उनको होता हे जो असहाय असुरक्षित होते हैं,,,
हम नहीं होते।
अहिंसा की जीत होती है।
तोडने या मारने से नहीं होता है ।
सब का धर्म एक हे, भगवान एक हे, जन्मस्थान का ये ही महत्व, विशेषता,,
जो हम भाबना से बिब्रत हो जाते हैं ,,,
हमारा राम हमारा भगवान उनका अधिकार, श्री राम का अधिकार हिन्दुओं का अधिकार जैसे ।
सनातन धर्म, पुरुषोत्तम श्रीराम सर्ब धर्म का प्रतीक है ।
आदर्श पुरुष है ।
भगवान का जन्मभूमि को सुरक्षित भगवान खुद करते हैं।
इसकेलिए हिन्दुओं को बिब्रत होने कि जरूरत ही क्या??
उनका इछा बिना ना हिलता एक पत्ता।
सफ़ल ना होता कोई कार्ज्य,हिंसा से तोडने से उनका,,
जब ओ चाहते तब बनता मंदिर,,,
जिसके हाथ सिलन्यास होना हिंसा से तोडने से
ओ करा लेते आगे मन्दिर वो ही करेगें ।
हम सब चिंता क्यूँ करते है
बिना सच्चाई के सहारे ।
