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Aniket Kirtiwar

Abstract

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Aniket Kirtiwar

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अच्छा हुआ

अच्छा हुआ

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अच्छा हुआ जो तुम मेरी 

जिन्दगी में आयी नहीं 

मुश्किलों के सिवा बता 

मैं तुम्हें क्या दे पाता 


हम वही रहते हैं

मगर जोश खो जाता है। 

जोश अगर खो जाये तो

दिल नाजुक सा हो जाता है।

 

दिल नाजुक हो जाये तो

बता कैसे वो टूटता नहीं। 

टूटकर, जमीन पर

तिनकों में बिखरता नहीं। 

अच्छा हुआ जो तुम मेरी..। 


सपने बाकी कोई ना रहे

बस उनकी यादें हैं। 

जिंदगी में कदम कदम पर

मोड़ ही ज्यादा है। 


रास्ते हो आसान तो 

कोई रुकता नहीं। 

मंजिलों से भला कोई

चुकता नहीं। 

अच्छा हुआ जो तुम मेरी..।


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