अभी या कभी नहीं!
अभी या कभी नहीं!
हर कीमत पर अध्यात्म के पथ पर अडिग रहें।
अपने आप को पूरी लगन से लागू करें।
एक भी कीमती मिनट बर्बाद न करें,
क्योंकि जीवन छोटा है और समय क्षणभंगुर है।
वह "कल" कभी नहीं आएगा।
अभी नहीं तो कभी नहीं !
दृढ़ संकल्प के साथ खड़े हो जाए
"मैं इसी जन्म में, इसी क्षण में सफल बनूंगा।"
कमर कस लें।
कठोर और निरंतर साधना करें।
ज्ञान देव, गोरखनाथ, सदास्त्र ब्राह्मण
और त्रैलिंग स्वामी जैसे संतों के
नक्शेकदम पर चलते हुए योग के मार्ग पर चलें।