आत्मविश्वास
आत्मविश्वास


भर ले मन में आत्मविश्वास-
आसां नहीं ,मगर मुश्किल भी नहीं
दुनिया भरी पड़ी है कौन जानता नहीं
तरह तरह के लोगों से
कुछ तुझसे बेहतर, कुछ से तू बेहतर
कुछ तुझसे सुंदर, कुछ से तू सुंदर
कुछ ऐसे,जो कर देते हमें ग्रस्त
मानसिक यातनाओं से ,अवसाद से
कैसे पनपे मन में धैर्य,आत्मविश्वास
मन में मगर बनाए रख तू आत्मविश्वास
अंकुर काफ़ी है- उसे न होने देना कभी राख
छोटा सा वह अंकुर रखेगा तुझे महफ़ूज़
रखेगा बनाए तेरे आगे तेरी साख
होने न देगा तुझे ख़ुद से कभी मायूस
<p> दुनिया तो जमाने पर तुली रहती अपनी धाक
कर उसे नज़रंदाज़-तेरा सहारा तेरा आत्मविश्वास
कर ले दृढ़ उसे, दुनिया लगने लगेगी हसीं
छोटा न बनाना ख़ुद को कभी
बड़ा होने का ढोंग भी नहीं
ज़िंदगी की इस कड़ी में
बड़ा भी तू, छोटा भी तू ही
आगे तेरे धुरंधर,तू औरों के लिए मिसाल हसीं
संतुलन जब खो जाए,दुनिया हिल जाए
सोच तो ले ज़रा,नौबत ही ऐसी क्यों आए।