Dipak Kumar "Girja"

Inspirational

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Dipak Kumar "Girja"

Inspirational

आत्मविश्वास

आत्मविश्वास

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ऐ खुदा झुकने पे तुझको

मज़बूर कर दूंगा

राहो के सारे मुश्किलो को

दूर कर दूंगा

ऐ खुदा झुकने पे तुझको —-


सपनो की मंज़िल जब तलक

हासिल नहीं होती मुझे

उम्मीद की राहो पे यूँ ही

बस क़दम चलते रहेंगे

रहमत करे या दे सज़ा

मंज़ूर कर लूँगा

ऐ खुदा झुकने पे तुझको —-


हाँथ की बेबस लकीरो

को नहीं मै मानता

क्या लिखा है तूने इसमें

मै नहीं ये जानता

चट्टान भी हो सामने

तो चूर कर दूंगा

ऐ खुदा झुकने पे तुझको —-


गैरत नहीं मई मांगता

मेहनत का है बस वास्ता

ग़र दिखा सकता है कुछ तो

बस दिखा मुझे रास्ता

मेहनत से अपने रात को भी

नूर कर दूंगा

ऐ खुदा झुकने पे तुझको —-


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