Rachna Thakur
Romance
तेरे नाम से हमनें सपनें सजाए बहुत हैं,
तेरी याद में जगकर रातें बिताए बहुत हैं।
और यूँ हीं नहीं चढ़ा शायरी का शौक़ हमपर,
हमने इश्क़ के समंदर में गोते खाये बहुत हैं।
चाय !!
शब्द
शायराना अंदाज़
आशिक़ी
दो बिषम
अधूरा इश्क़
कल्पना-कोई और
एक बार पुकार लो मेरा नाम लेकर। एक बार पुकार लो मेरा नाम लेकर।
आसमान में मिलेंगे हम इसी उम्मीद को मैंने ठान लिया है हाँ....... मुझे प्यार हुआ है आसमान में मिलेंगे हम इसी उम्मीद को मैंने ठान लिया है हाँ....... मुझे प्यार हु...
तू एक बार आके बैठ तो जाना मैं तुझे सर आँखों पर बैठाऊंगी। तू एक बार आके बैठ तो जाना मैं तुझे सर आँखों पर बैठाऊंगी।
तेरी रूहानी छाया हूं मैं, तुझसे कहाँ जुदा बेगाना हूं मैं! तेरी रूहानी छाया हूं मैं, तुझसे कहाँ जुदा बेगाना हूं मैं!
सजीली आँखें क्या क्या बोल रहीं रिश्ता अनकहे सब जोङ रही! सजीली आँखें क्या क्या बोल रहीं रिश्ता अनकहे सब जोङ रही!
बून्द तो एक ही काफी है जन्मों की प्यास के लिए। बून्द तो एक ही काफी है जन्मों की प्यास के लिए।
अक्सर रातों में मेरी आते हो तुम , बालों को मेरे सहलाते हो तुम ! अक्सर रातों में मेरी आते हो तुम , बालों को मेरे सहलाते हो तुम !
तेरे साथ की गर्मी की फिर एक तलब लगी। तेरे साथ की गर्मी की फिर एक तलब लगी।
हमसफ़र बन जाओ मेरी दिल में तू ही तू बसी। हमसफ़र बन जाओ मेरी दिल में तू ही तू बसी।
संजोते हुए मीठी यादों को बनाएं यादगार। संजोते हुए मीठी यादों को बनाएं यादगार।
राधा कृष्ण से प्रेम की ये कायनात भी प्यासी है। राधा कृष्ण से प्रेम की ये कायनात भी प्यासी है।
यही बस श्रृंगार हैं मेरा, हर पल मैं जो करती हूँ। यही बस श्रृंगार हैं मेरा, हर पल मैं जो करती हूँ।
*सरगम* के दिल में बसी है सूरत तुम्हारी, अक्सर मैं प्यार भरा मनुहार करती हूं।। *सरगम* के दिल में बसी है सूरत तुम्हारी, अक्सर मैं प्यार भरा मनुहार करती हूं।।
पास जब भी होती हो तुम , मन करता है यह वक्त वहीं ठहर जाए। पास जब भी होती हो तुम , मन करता है यह वक्त वहीं ठहर जाए।
गर वापस छिनना ही था हर कुछ तो एहसास ही कराया क्यूँ। गर वापस छिनना ही था हर कुछ तो एहसास ही कराया क्यूँ।
मैं आज भी कर रही हूँ प्रतीक्षा तुम्हारी ...पर शायद भूल गये हो तुम ....!! मैं आज भी कर रही हूँ प्रतीक्षा तुम्हारी ...पर शायद भूल गये हो तुम ....!!
तुझे अब क्या आशीर्वाद दूँ मेरा बच्चा तू ही तो आशीर्वाद बन घर आई दादी अम्मा ! तुझे अब क्या आशीर्वाद दूँ मेरा बच्चा तू ही तो आशीर्वाद बन घर आई दादी अम्मा !
क्यों रंग बदलती इस रात के ख्वाब हकीकत में नहीं बदलते। क्यों रंग बदलती इस रात के ख्वाब हकीकत में नहीं बदलते।
रुकती ठुमकती चलती चांदनी ये तुम्हारे प्रेम प्रतीक्षा की बात है रुकती ठुमकती चलती चांदनी ये तुम्हारे प्रेम प्रतीक्षा की बात है
ना रहने पर हमारे याद करेंगे अफसाना ताजमहल बन जाएगा हमारा आशियाना। ना रहने पर हमारे याद करेंगे अफसाना ताजमहल बन जाएगा हमारा आशियाना।