STORYMIRROR

G.S. Pachouri

Inspirational

4  

G.S. Pachouri

Inspirational

आशा

आशा

1 min
9

आशा ही निराशा को मार भगाती है 

आशी ही सफलता तक पहुंचती है।।


 आशा है मधुर मिलन की 

उम्मीद जगी सुंदर चेतन की ।।


जब जब बादल गरजे

 आशा जगी वर्षा होगी ।।


आशा है कल मेरा आज से बेहतर होगा 

आशा है जो आज अधूरा रह गया वह कल पूरा होगा ।।


आशा है मधु का मधु मीठा ही होगा

 आशा है पत्थर में भी प्रभु बैठा ही होगा।।


 आशा ही आशीर्वाद है 

आशा ही विश्वास है ।।


आशा जगा कर आत्मसात कर बैठा

 मेहनत फिर आशा कर उद्देश्य प्राप्त कर बैठा।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational