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लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

Abstract

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लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

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आपस में हम भाई भाई

आपस में हम भाई भाई

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हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,

आपस में सब हैं भाई भाई।

यह बहुत पुराना नारा है,

यह भारत देश हमारा है।


सदियों से मिल जुल कर,

हम त्यौहार मनाते आएं हैं।

किसी पर दुःख की घड़ियां,

हम साथ निभाते आए हैं।


पूरी दुनिया में श्रेष्ठ मिशाल,

हम भाई चारा से रहते हैं।

दुश्मन यदि आँख तरेरे तो,

चुटकी में हम मसल देते हैं।


हमनें न पढ़ी है गीता कुरान,

न ईश्वर अल्लाह को देखा है।

बड़ो को हमनें आदर करना,

जीवन में अब तक सीखा है।


प्रेम व मानवता का भी पाठ,

हमनें मनसे ख़ूब पढ़ डाला है।

हम दूजे का बस! करे भलाई,

अमृत का मिलता हाला है।


हम जाति पाति माने न कभी,

जब संकट में भारत की शान।

देश की रक्षा करने को हम सब,

तन मन धन से लेते हैं ठान।


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