आँखें
आँखें
आजकल इन आँखों को
सिर्फ उसी का इंतजार रहता है...
वो ना दिखे तो मानों
यह जग सब सूना लगता है
पर...
जब वो दिखे...
तो ये आखें अपने आप शर्म से झुक जाती हैं
कैसे कहें हम उससे...
कि मोहब्बत हमें उसी से है...!

