आज तिरंगा फहराता है
आज तिरंगा फहराता है
आज तिरंगा फहराता है अपनी, पूरी शान से ।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।
आजादी के लिए हमारी लम्बी चली लड़ाई थी।
लाखों लोगों ने अपनी प्राणों से कीमत चुकाई थी ।
व्यापारी बनकर आये और छल से हम पर राज किया।
हमको आपस में लडवानेकी नीति अपनाई थी।।
हमने अपना गौरव पाया, अपने स्वाभिमान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।
गाँधी, तिलक, सुभाष, शास्त्री का प्यारा यह देश है।
जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है।।
प्रहरी बनकर खड़ा हिमालय जिसके उतरी द्वार पर।
हिन्दमहासागर दक्षिण में इसके लिए विशेष है।
लगी गूंजने दसो दिशाए वीरों के यशोगान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से ।।
हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है।
उसके आँचल की छैयाँ से छोटा ये संसार है।।
हम न कभी हिँसा के आगे अपना सिर झुकाएंगे।
सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा परिवार है।।
विश्व शान्ति की चली हवाये अपने हिन्दुस्तान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से।।
