आज गौरव का दिन
आज गौरव का दिन
गुलामी की जंजीरों में जकड़ा था मेरा देश
न जाने किस किस आततायी से लड़ा था मेरा देश
हमें नीचा दिखाने के लिए आराध्य को विखंडित कर दिया
नृशंस, बर्बर , जेहादियों को महिमा मंडित कर दिया
जिनकी संस्कृति केवल मारकाट, विध्वंस सिखाती है
"धर्मनिरपेक्ष" सरकारें उनके कदमों में बिछ बिछ जाती हैं ।
पर हिन्दू न थका न रुका , धर्म पंथ पर चलता चला गया
"राम द्रोहियों" के अवरोधों को उलांघता चला गया
आखिर एक दिन उसकी तपस्या रंग लाई
सुप्रीम कोर्ट ने भी पूरी कर ली जन सुनवाई
पांच जज जिसमें एक "सेक्युलर" भी था ने सर्वसम्मति से फैसला किया
हिन्दुओं को उनका खोया स्वाभिमान लौटा दिया
मोदी और योगी की जोड़ी ने जो समां बांधा है
जन जन के रामलला की प्रतिष्ठा करा जन जन को साधा है
आज महसूस हुआ कि हम आजाद हो गये हैं
अब राम जी की सेना बतायेगी कि हम क्या हो गये हैं
