आईना कभी झूठ नहीं बोलता
आईना कभी झूठ नहीं बोलता
जैसे होते हैं हम
वैसा ही है दिखाता।
आईना कभी भी
झूठ नहीं फरमाता।
झूठ बताना फितरत
नहीं है इसकी।
हमेशा सच बताता है।
सबको अपनी - अपनी,
औकात दिखाता है।
सही को सही
और गलत को
गलत बताता है।
जैसा होता है
वैसा बताता है।
आईना किसी से न
डरता है न घबराता है।
राजा हो या रंक
उनको अपनी
सूरत ही दिखाता है।
काश कोई आईना
ऐसा बन जाये।
जिसमें हमें अपना
चित्र नहीं बल्कि
चरित्र नजर आये।
आईना कभी नहीं
बदलता
लोग बदल जाते है।
और हम दोष
आईने पर ही
लगाते हैं।