आगे बढ़
आगे बढ़
तू किसका इंतज़ार किए हुए है
कमयाबी का रास्ता है
अभी तू डरना ना किसी से
क्योंकि चलना तुझे ही है
तू कुछ भी कर
पर मंजिल का रास्ता
ढूंढना तुझे ही है
रुकना नही जबतक
मिल ना जाए रूह
अभी वक्त है जनाब
हार के बाद ही जीत है।
