कला
कला
कला से ही हम बनते है
निखरते है जीवन का मार्ग खोजते हैं
भूल नए तो फिर नया रास्ते बीनते हैं
कला से हमने खुदको बनाया
क्या खोया क्या पाया ये तो
आने वाला कल ही बताए
हम तो बस अपर वालो की
दिए गए इशारों पर चलते हैं।
