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Vijay Kumar parashar "साखी"

Inspirational

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Vijay Kumar parashar "साखी"

Inspirational

"26 जनवरी पर्व सुहाना"

"26 जनवरी पर्व सुहाना"

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26 जनवरी का आया है, पर्व बहुत सुहाना

इसके साथ आया है, बसंत पंचमी का गाना

सबको मुबारक 74वां गणतंत्र दिवस गाना

साथ मिले, मां शारदे का आशीर्वाद खजाना


कहता है, साखी, सुने बात, मेरी सब देशवासी

सब छोड़ दे, मुँह में राम, बगल में छुरी छिपाना

मिलजुलकर रहे, मजूबत रखे, एकता का बाना

चुगलखोर, गद्दारों की बातों में छोड़े, अब आना


इसदिन हिंद संविधान का लागू हुआ, तराना

सबसे बड़ा संविधान, विश्व ने भारत का माना

26 जनवरी का आया है, पर्व बहुत सुहाना

इसके साथ आया है, बसन्त पंचमी का गाना


मां ने भी क्या ख़ूब बनाया, आज ताना-बाना

गणतंत्र दिवस साथ सजाया, पीत बसंत दाना

हर्षोल्लास से मनाये, हिंद गणतंत्र दिवस पुराना

इसके साथ जुड़ी हुई, कई वीरों की यादें, नाना


शहीदों के कारण, मिला गणतंत्र दिवस बहाना

गर वो न होते, कैसे मिलता, आजादी का गाना?

समझे की आजादी कीमत, शहीदों को करे, नमन

उन शहीदों के लिये, जरा दो अक्षु तो तुम बहाना


26 जनवरी का आया है, पर्व बहुत ही सुहाना

सब एकदूजे के गले लगकर, मिठाई खिलाना

सम्पूर्ण दुनिया को ही अपना घर मान जाना

अपनी हिंद संस्कृति का गीत है, बरसों पुराना


26 जनवरी के पर्व को आप गर्व से मनाना

तिरंगे में दिखेंगे, कई शहीदों का अफसाना

सबको मुबारक 74वां गणतंत्र दिवस गाना

आज ही भारत ने अपना संविधान था, जाना।


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