भारत के वीर
भारत के वीर
देश के वीरों का करो सम्मान
मां भारती का करो वंदन
जांबाज मेरे देश के वीर जवान।
गोली सीने पे खाते हैं
देश सुरक्षा के खातिर तन,मन अर्पण करते हैं
नही सुध अपने जीवन की
बस मां की आन की खातिर
हो जाते कुर्बान हैं।
बारम्बार करो सत्कार मां भारती के ये लाल है।
कोने कोने और जर्रे जर्रे की सुरक्षा को फर्ज अपना समझते हैं ये।
चाहे हो पाकिस्तान या हो चीन का धोखा।
सब सह कर देश को गौरव दिलाते हैं।
पर हाय बिडम्बना मेरे देश की।
फिर भी मेरे देश के लोग लांछन लगाना नही भूलते।
भेजो जरा तुम भी अपने सीने के लालों को।
क्या होती है सहादत तुम भी तो अनुभव कर लो जरा।
जाके पूछो उस मां से जिसने अपनी तपस्या को जलते देखा।
पूछो जरा उस पत्नी से जिसके अरमानों ने अभी तक अड़ाई भी नही ली थी।
देश सुरक्षा के ख़ातिर मांग उसकी उजड़ गयी।
बहिन के राखी का मोल भला कौन चुकाएगा।
फिर भी कुछ देश द्रोही वीरों की सहादत पे प्रश्न चिन्ह लगा जाते है।
घर मे हम बैठे हैं सुरक्षित तो ये भारत के रणबाकुरों की वीरता है।
आओ नमन करते है उन वीरों को ।
नही कोई राजनीति ।
बस करो इतना हर बच्चे की जुबान पे
भारत के हर वीर का नाम आये।
हर किताब पे लिखा वीरों की शौर्य गाथा हो।
नही अकबर नही जहांगीर नही पढ़ना हिटलर।
बस शौर्य गाथा सिर्फ वीरों की कंठस्थ हो हर भारत के बच्चे को।
क्या नेता क्या अभिनेता
वीरों से बडा कोई हीरो हो नही सकता।
देश को समर्पित खून का एक एक कतरा जिसका।
हर रिश्ते को भारत मां पे हँसते हँसते निछावर करते जो।
हर लिखावट हर लेखक हर शब्द कम पड जाता है।
सिर्फ जय हिंद रहे अमर ।
रहे सलामत भारत मां का हर वीर जवान।
जय हिंद जय भारत।