कभी सोचा न था
कभी सोचा न था
कहानी के शीर्षक से ही आप सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर किस बात को कभी सोचा नहीं था। जी हाँ! ये बात ऐसी है जो आज तक किसी ने भी अपनी ज़िंदगी में सोचा नहीं होगा कि ये भी हो सकता है और ये हुआ सुरभि की ज़िंदगी में। उस एक हादसे ने उसकी जिंदगी बदल दी। सुरभि १०वी कक्षा में पढ़ने वाली एक लड़की थी और वो पढ़ाई में बहुत ही होशियार थी। सुरभि की माँ बचपन में ही उसे छोड़ कर चली गयी थी। वो अपने पापा के साथ एक किराये के मकान में रहती थी। सुरभि के पापा बाजार में सब्जी बेचते थे और उसी पैसे से उसका घर चलता था। सुरभि को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने के लिए उसके पापा ने बहुत लोग से उधार लिया था जो अब तक वो चुका नहीं पाये और जिन लोगों से उधार लिया था वो बहुत खतरनाक लोग थे। एक दिन सुरभि स्कूल से घर लौट रही थी तभी एक गाड़ी आयी और उसमें से कुछ आदमियों ने निकल कर उसे उठा कर उस गाड़ी में बैठा लिया...सुरभि बहुत चिल्लायी बचाओ! बचाओ! पर किसी ने उसकी मदद नहीं की..। वो बुरी तरह डरी हुई थी की आखिर ये लोग है कौन जिन्होंने मुझे ऐसे उठा लिया.. ये लोग वही थे जिनसे सुरभि के पापा ने उधार लिया था। उन लोगों ने सुरभि के पापा को उसके सामने फोन किया और कहा अगर अपनी बेटी को सही सलामत देखना चाहते हो तो हमसे लिए हुए उधार के पैसे लेकर यहाँ आ जाओ वरना आपको अपनी बेटी की लाश मिलेगी। सुरभि के पापा बहुत बुरी तरह डर गए और इधर उधर भागने लगे पैसो के लिए। उन्होंने अपने पहचान के सभी लोगों से पैसे माँगे पर किसी ने उनकी मदद नहीं की। फिर वो बिना पैसे लिए ही उस पते पर गए जहाँ सुरभि को उन लोगों ने रखा था। वहाँ पहुँच कर उन्होंने देखा सुरभि बेहोश पड़ी थी। उन्होंने उसे उठाया पर वो उठ ही नहीं रही थी और वहाँ पर कोई था भी नहीं। सुरभि के पापा बहुत घबरा गए थे। फिर उन्हें एक पानी की बोतल दिखी। उन्होंने वो उठाकर सुरभि के ऊपर पानी छिड़का तो उसकी आँख खुली, अपने पापा को सामने देख कर वो उनसे लिपट कर रोने लगी और उसने अपने पापा को सब बताया जो वहाँ उसके साथ हुआ। उसके पापा बुरी तरह टूट गए, क्योंकि उन लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था। उसके पापा रोने लगे और उससे पूछा कि वो लोग कहाँ गए? सुरभि ने रोते हुए कहा वो लोग तो मेरे साथ ऐसा करने के बाद ही यहाँ से भाग गए। उसके पापा से सुरभि की ये हालत देखी नहीं गयी और उन्होंने पास में पड़ा हुआ काँच उठाया और अपने पेट में मार लिया और वहीं दम तोड़ दिए। सुरभि ये सब देख कर और जोर जोर से रोने लगी....उसके कभी सोचा भी नहीं था कि माँ के खोने के बाद उसे अपने पापा को भी इस तरह खोना पड़ेगा...