धरती पर भगवान
धरती पर भगवान
तू मेरी आन है,
तू मेरी शान है,
तुझसे ही तो मेरी पहचान है...
तूने डाले मुझमें प्राण है,
मेरे दिल में सदैव तेरा स्थान है,
इसीलिए ही तो तू मेरी जान है...
ऊँगली पकड़ कर चलाए,
प्यार से हर निवाला खिलाए,
मेरी शरारतों पर मुस्कुराए,
मेरी गलतियों को भूल जाए...
मेरे हर दर्द को सहलाए,
लोरी गाकर मुझे रोज़ सुलाए,
इसीलिए तो तू माँ कहलाए,
देवकी बनके पैदा किया...
यशोदा बनके पाला,
तूने ही मुझमें हर संस्कार है डाला,
तेरे बिना तो अधूरे थे कृष्ण और राम,
फ़िर कैसे पूरा होगा यहाँ मेरा नाम...
दुर्गा की शक्ति है,
सरस्वती का है ज्ञान,
तू ही तो है मेरा भगवान,
माँ तुझे करती हूँ मैं प्रणाम...