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Vimla Jain

Tragedy Action Classics

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Vimla Jain

Tragedy Action Classics

विश्व शांति मेरे दिल की प्यास

विश्व शांति मेरे दिल की प्यास

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जब जब मैं देखूं टीवी या मैं सुनु समाचार।

या मैं पढूं समाचार।

 मेरा दिल बहुत हो जाता है।

 उदास बहुत बेचैन बहुत बेचैन क्योंकि है।

 मेरे दिल की है प्यास

चारों तरफ रहे विश्व की शांति हो।

ना हो युद्ध की घोंघाट।


मगर समय यह कैसा आया जहां देखो

वहां एक दूसरे को नीचा दिखाने की चल रही है चाल

 और एक दूसरे पर राज्य कर राज करने की हो रही है

चाल और इसमें इसमें बेचारे निर्दोष मनुष्य

और प्राणी मात्र का हो रहा है संहार।


मेरेमन की दिल की यह प्यास है कि विश्व शांति हो जाए।

 मगर मुझको नहीं लगता कि यह संभव है।

 क्योंकि सब एक दूसरे को मारने काटने पर लगे हुए हैं।

जो कमजोर है उसके कंधे पर बंदूक रखकर मजबूत देश कर रहे हैं।

 अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं

 कब उनका उल्लू सीधा हो जाए।


मगर कमजोर देश के नेता यह नहीं जानते कि

यह हमारा उठा गलत फायदा उठा रहे हैं।

 कल को यह हमको भी ऐसा ही कर देंगे

ऐसा दूसरे देश के साथ कर रहे हैं।

देख सुन पढ़ समझ लगता है।


समय भले बदल गया है।

इतिहास के पन्नों को उठा कर देखो तो

पहले राजा महाराजा एक दूसरे से

अपनी सीमाएं बढ़ाने को लड़ते थे।

 वही आज एक देश दूसरे देश पर राज्य करने

अपनी सीमा बढ़ाने के लिए कर रहे हैं ।


इन सबके बीच में बिचारी निर्दोष प्रजा इस रही है।

क्यों नहीं यह लोग जैन धर्म के सिद्धांत अपना लेते हैं।

अहिंसा परमो धर्म और जियो और जीने जीने दो को

जिंदगी में उतार लेते हैं।


है विमला के दिल की यह प्यास विश्व शांति हो जाए 

और सब शांति से रहे आपसी भाईचारे से रहे।

कोई किसी का खून का प्यासा ना रहे।

मुझे लगता है यह हर दिल की है प्यास कि

सबकी जिंदगी में रहे शांति कुछ लोगों की

जुनून के कारण निर्दोष प्रजा ना पिस जाए।


आओ आज मिलकर हम सभी आवाज उठाएं।

 विश्व शांति के लिए कुछ ना कुछ कदम उठाएं।


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