वाइफ स्वैपिंग
वाइफ स्वैपिंग
काजल के पापा राजेश अपनी पत्नी सीमा को एक लड़के का फोटो दिखाते हुए बोले "आर्यन है ये। नामी गिरामी उद्योगपति मुंजाल साहब का बेटा। कितना स्मार्ट है ? इसका रिश्ता आया है काजल के लिए। बोलो क्या कहती हो?"
सीमा ने आश्चर्य से आर्यन का फोटो देखा। वाकई बहुत हैंडसम था आर्यन। मुंजाल साहब का नाम किसने नहीं सुना था ? उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि काजल का भाग्य ऐसा होगा। अगर यह रिश्ता हो जाता है तो काजल तो रानी की तरह राज करेगी वहां पर। बेटी के मां बाप को और क्या चाहिए ? एक राजकुमार मिल रहा है उनकी बेटी के लिए जो एक दिन उस रियासत का राजा बनेगा। इससे बेहतर और क्या मिलेगा काजल को ?
पर एक पेच था जो बार बार सोचने के लिए मजबूर कर रहा था सीमा को। "इन्होंने हम जैसे मध्यम वर्ग की बेटी को क्यों चुना है आर्यन के लिये ? उसे तो एक से बढ़कर एक लड़कियां मिल ही जाएंगी। फिर काजल ही क्यों" ? यह प्रश्न बार बार सीमा के मन में आ रहा था।
जवाब दिया मंगल जी ने जो राजेश के बड़े अच्छे मित्र थे और यह रिश्ता भी वही लेकर आये थे। कहने लगे "आर्यन ने एक कार्यक्रम में काजल को देखा था। वह काजल की खूबसूरती पर फिदा हो गया। उसने कहीं से काजल के बारे पता करवाया और फिर काजल के लिए अपने घरवालों को मनाया। तब जाकर यह रिश्ता आया है। इसमें और कोई बात नहीं है। काजल है ही इतनी सुन्दर कि उसे अपनाने के लिए तो कोई भी बड़ा से बड़ा घराना तैयार हो जायेगा।"
अब शक की कोई गुंजाइश नहीं रही थी। काजल तो जैसे आसमान में उड़ने लगी थी। वह पलक झपकते ही "राजरानी" बन जाएगी, यह किसी ने कभी सोचा नहीं था। विवाह हो गया और काजल बहू बनकर मुंजाल खानदान में आ गई । काजल को आर्यन और उसके घरवाले सभी लोग देवता लगने लगे थे। वह सबकी खूब सेवा करती थी। अपनी सेवा और आदर सत्कार से उसने सबका मन जीत लिया था।
आर्यन और काजल पति पत्नी से ज्यादा दोस्त बन चुके थे। काजल को विश्वास नहीं हो रहा था कि आर्यन इतना सभ्य और सुसंस्कृत भी होगा। उसे तो यह पता था कि बड़े घर के लाडले बिगड़ते ही होते हैं। मगर आर्यन ऐसा नहीं था। वह मृदुभाषी और विनम्र था। काजल उस पर मोहित हो गई। वह आर्यन के लिये जान भी दे सकती थी , इतना प्यार करने लगी थी वह आर्यन को।
एक रात जब वे "अंतरंग" क्षणों में व्यस्त थे तो अचानक आर्यन ने काजल से "अप्राकृतिक मैथुन" की मांग रख दी। पहले तो काजल समझी ही नहीं। उसने तो कभी इसके बारे में सुना ही नहीं था, करने की तो बात वह सोच भी नहीं सकती थी। जब आर्यन ने उसे इसके बारे में बताया तो काजल ने साफ इंकार कर दिया। आर्यन ने "इमोशनल ब्लैकमेल" कार्ड खेला और कहा "इसका मतलब यह है कि तुम मुझसे सच्चा प्यार नहीं करती हो। यदि करती तो इसका लिये तुम मना नहीं करती। एक छोटी सी मांग रखी है मैंने , तुम उसे पूरा नहीं करोगी" ? आर्यन के स्वर में आग्रह, अनुनय, प्रेम और वासना सब थे।
इस इमोशनल ब्लैकमेल से काजल पिघल गई । उसने सोचा कि पति की ख्वाहिश पूरी करना भी उसका कर्तव्य है। आखिर पति भी तो कमाल का मिला है उसे। काजल ने हथियार डाल दिये। मगर वह इस "क्रिया" से खुश नहीं थी। एक तो मानसिक रूप से वह इसे स्वीकार नहीं कर पा रही थी , उस पर वह इस "क्रिया" से असह्य वेदना से भी गुजरी थी। उसने आर्यन को कह दिया कि यह प्रथम और आखिरी बार था , अब आगे नहीं होगा। आर्यन ने भी कह दिया "बाद की बाद में सोचेंगे।"
इस तरह बात आई गई हो गई। आर्यन ने काजल को पांच सितारा होटल्स में होने वाली पार्टियों में ले जाना शुरू कर दिया। काजल को भी इसमें आनंद आने लगा था। कितने अमीर लोग थे और कितनी शानदार पार्टियां होती थी वहां पर। सब लोग एक दूसरे से बेतकल्लुफ होकर मिलते थे। पुरुष महिलाओं के होंठ चूमकर अभिवादन करते थे। काजल को यह पसंद नहीं था। जब आर्यन ने काजल को अपने दोस्त हर्ष से मिलवाया था तो आर्यन ने हर्ष की पत्नी के होठों पर "किस" करके अभिवादन किया था। जब हर्ष ने अपने होंठ आगे बढाये तो काजल पीछे हट गई । उसका मन गवाही नहीं दे रहा था यह सब करने के लिये। आर्यन ने "मिडिल क्लास मेन्टेलिटी" कहकर उसका उपहास भी उड़ाया था। काजल को तब बड़ा बुरा लगा था और आर्यन पर गुस्सा भी आया था। वह और किसी के होंठो पर "किस" कैसे कर सकता है ? मगर आर्यन को यह सब स्वाभाविक लग रहा था। कहने लगा "बड़े लोगों की "कल्चर" भी बड़ी होती है। तुम्हें अभी थोड़ा समय लगेगा इसे अपनाने में।" ऐसा कहकर आर्यन कहीं चला गया।
काजल एक बार डर ही गई थी। आर्यन को हो क्या गया है ? वह ऐसा बर्ताव क्यों कर रहा है, यह समझ से बाहर की बात है। लेकिन उसने कहा कुछ नहीं। वह अपने कमरे में आर्यन का इंतजार करने लगी। मगर आर्यन आया ही नहीं। वह खाना खाकर लेट गई । उसे कब नींद आई, कुछ याद नहीं था। जब सुबह उसकी आंख खुली तो उसने आर्यन को अपने बगल में ही सोता पाया। वह खुश हो गई।
"कहां थे रात भर" ? शिकायत के लहजे में काजल ने कहा
"दोस्तों के साथ।" आर्यन ने सपाट सा जवाब दिया। चलो अब चलते हैं। यह कहकर दोनों तैयार होने लगे।
इस तरह यह उसकी पहली पार्टी थी। अब तो रोज रोज पार्टियों में जाना होता था। काजल ने जब देखा कि सब लोग एक दूसरे का अभिवादन लब चूमकर ही करते हैं , तो उसने भी समर्पण कर दिया।
आर्यन ने अपने पांच सात खास खास दोस्तों से उसे मिलवाया था। सबकी बीवियों में काजल सबसे सुंदर थी। काजल के आसपास भी कोई नहीं थी। आर्यन के दोस्त उसे खा जाने वाली नजरों से घूर रहे थे। एक बार तो काजल उनकी वासना भरी नजर देखकर सहम गई थी। मगर अगले ही पल उसने सोचा कि ये लोग तो आर्यन के दोस्त हैं और उन सबकी बीवियां भी हैं। तो वे लोग कोई गलत काम तो करेंगे नहीं। फिर डर किस बात का ? वह उनकी ओर से आश्वस्त हो गई ।
थोड़ी देर बाद आर्यन कहीं चला गया और उसके कमरे में आर्यन का दोस्त अभि आ गया। उसे देखकर काजल एकदम से घबरा गई थी। उसने आर्यन को फोन लगाया "कहां हैं आप ? मैं कबसे इंतजार कर रही हूं ? और कमरे में आपका दोस्त अभि आ गया है। क्यों आया है वह ? उसका क्या करूं मैं ? डर भी बहुत लग रहा है मुझे। आप जल्दी से आ जाइये ना।" काजल सहमते हुए बोली।
"काजल, वो मेरा सबसे खास दोस्त है। उसका पूरा ध्यान रखना। उसे कोई भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए । उसकी फरमाइशों का भी सम्मान करना है तुम्हें। वह जो भी चाहे, करने देना उसे। रोकना टोकना नहीं। ओके।"
यह सुनकर काजल एकदम से चौंक पड़ी। "जो चाहे करने देना का मतलब सब कुछ करने देना ही होता है। कितनी बेशर्मी से कह दिया इन्होंने। मैं कोई कोठेवाली हूं क्या जो कोई भी आये और बाजार बजाकर चला जाये। ये चाहे कुछ भी कहें मगर मैं इसे कुछ भी नहीं करने दूंगी।" और वह पलंग के एक कोने में बैठ गई ।
खाना कमरे में सर्व कर दिया गया। काजल चुपचाप खाने लगी। खाते खाते काजल को नींद आ गई । जब सुबह उसकी आंख खुली तो उसने अपने साथ आर्यन को सोता हुआ पाया। बड़ी उलझन में पड़ गई थी वह। खाना तो उसने किसी अभि के साथ खाया था। उसके बाद में क्या हुआ , कुछ याद नहीं। उसने दिमाग पर जोर डाला तो उसे कुछ कुछ याद आया कि रात में उसके साथ "कुछ" तो हुआ था। जिसने "वह" किया , वो आर्यन तो नहीं था। तो क्या अभि ने किया था वह सब ? उसका कलेजा धक्क से रह गया। उसका सब कुछ लुट गया था।
यह सोचकर ही उसे खुद से घृणा होने लगी। उसे होश क्यों नहीं था ? क्या खाने में कुछ मिला हुआ था ? और सबसे बड़ी बात , जब भी आर्यन उसे इस होटल में लाता है , वह कहां गायब हो जाता है और क्यों ? कुछ तो गड़बड़ है। मगर क्या है यह समझ में नहीं आ रहा था।
उसने पलंग से खड़े होने की कोशिश की मगर वह खड़ी नहीं हो पा रही थी। क्या ये किसी नशीली दवाई के कारण है ? शायद नहीं। दवाई से ऐसा नहीं होता है। यहां तो उसका पोर पोर दुख रहा है। मगर क्यों ? ऐसा लगता है कि जैसे उसके बदन को किसी ने पूरी तरह से निचोड़ डाला हो।
एक बार उसकी मां बता रही थी कि "बलात्कारी" लोग जानवरों की तरह से पेश आते हैं। चूंकि उनके दिल में प्यार का सुखद अहसास तो होता नहीं है बल्कि वासना का प्रचण्ड वेग होता है और भावना अधिकाधिक दोहन करने की होती है। इसलिए वे लोग औरत को औरत नहीं समझते। माल समझते हैं और पूरा निचोड़ डालते हैं, नोंच खसोट डालते हैं। तो क्या बीती रात में उसके साथ भी वैसा ही हुआ था ? ये तो तय है कि यदि आर्यन होता तो इतनी निर्दयता से पेश नहीं आता ? इसका मतलब अभि ने ही वह सब किया था। वह लज्जा से गढ़ गई थी।
उसने पूरी ताकत लगा कर खुद को खड़ा किया। अपना चेहरा जब वह आईने के सामने ले गई तो वह चौंक पड़ी। कितने निशान बने हुए थे चेहरे पर। जब गालों पर ही इतने निशान हैं तो और जगह तो पता नहीं कितने होंगे ? बीती रात में उसका बुरी तरह से शोषण हुआ था। अब लाख टके का प्रश्न यह है कि आर्यन ने ऐसा क्यों किया ? क्या वह उससे नफरत करता है ? मन ने कहा "नहीं।" फिर क्या बात हो सकती है ? काजल सोचने लगी। अचानक उसे एक धारावाहिक का कथानक याद आ गया जिसमें "पत्नियों की अदला बदली" होती थी। तो क्या आर्यन ऐसा करता है ? वह शायद किसी दोस्त की पत्नी के साथ कल रात था और उसने अपने दोस्त को मेरे पास भेज दिया हो ?
इस खयाल से ही काजल कांप गई। कितनी घृणित सोच ? कितने वाहियात विचार हैं इस अपसंस्कृति के ? छि : धिक्कार है ऐसी औरतों एवं मर्दों पर। पर बिना सबूत के आरोप लगाना भी सही नहीं है। पहले आर्यन पर निगाह रखनी होगी , सबूत इकट्ठे करने होंगे। तब जाकर कोई कदम उठाना सही रहेगा।
उसने आर्यन से अभि और उसकी पत्नी के बारे में पूछा। आर्यन ने उसकी पत्नी का नाम ईशा बताया। एक दिन चुपके से काजल ने आर्यन का मोबाइल चैक किया तो उसमें एक ग्रुप था "Friends forever" . जब उसने उस ग्रुप की चैट देखी तो काफी अश्लील बातें भरी पड़ी थी उस ग्रुप में।
काजल को समझ में आ गया कि इस ग्रुप के लोग "वाइफ स्वैपिंग" करते हैं। जो बीवी सहमत नहीं होती उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ बलात्कार तक करते हैं। यह सोचकर उसका मन वितृष्णा से भर गया।
वह सोचने लगी कि वह क्या करे और क्या नहीं ? एक तरफ उसका पति , उसका परिवार, उसकी प्रतिष्ठा है तो दूसरी तरफ उसकी जिंदगी है। वह आर्यन को खोना नहीं चाहती थी मगर ऐसे माहौल में वह रहना भी नहीं चाहती थी। बड़े असमंजस में फंस गई थी वह।
कुछ दिन इसी उधेड़बुन में गुजर गये। उधर अगली पार्टी की तैयारी होने लगी थी। काजल पिछली पार्टी के हादसे को भूली नहीं थी अभी तक और वह भूल भी नहीं सकती थी। उसने मन ही मन एक निश्चय किया और वह चुपचाप रहकर सामान्य दिखने का प्रयास करने लगी।
नियत समय पर पार्टी शुरू हुई। उसी होटल में। आर्यन के दस दोस्त आए हुए थे उस पार्टी में। सबकी पत्नियां भी साथ थीं। इस बार काजल हिचक नहीं रही थी बल्कि हर बात , हर घटना को वॉच कर रही थी। सभी लोग बहुत उत्साहित थे इस पार्टी को लेकर। आर्यन काजल को लेकर एक कमरे में जाने लगा तो काजल ने सभी के साथ रहने की इच्छा जताई। सबने चौंककर काजल को ऐसे देखा जैसे उसने कुछ अटपटी सी बात कह दी हो। आर्यन ने उसे समझाने की खूब कोशिश की मगर वह टस से मस नहीं हुई। आखिर में आर्यन को कहना पड़ा कि वे लोग अब "ड्रिंक " करेंगे और ..
"और" काजल ने पूछा
"और .... ड्रग्स भी लेंगे।" आर्यन को कहना पड़ा।
काजल सोच में पड़ गई। फिर कहा "ठीक है, आप लोग अपनी पसंद का ड्रिंक ले लेना मैं अपनी पसंद का ले लूंगी।" और काजल ने अपने लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स मंगवा लिया जबकि बाकी सभी के लिए वोडका की व्यवस्था की गई थी।
वोडका के साथ सफेद पुड़िया में ड्रग्स भी था। थोड़ा थोड़ा ड्रग्स सबने लिया। लेडीज ने कम और जेन्ट्स ने ज्यादा। काजल यह सब देखती रही। बीच बीच में नॉन वेज जोक्स भी चल रहे थे सबके सामने। सारी महिलाएं उन पर हो हो करके हंस रही थीं। शर्म नाम के वस्त्र को वे सब औरतें घर पर ही छोड़कर आई थीं।
ड्रिंक्स और ड्रग्स का असर हो रहा था। सबके बदन दहकने लगे थे। मर्दों की निगाहें औरतों के सीनों पर जमने लगी थीं। सब मर्दों में यह उत्साह था कि देखें आज किसकी लॉटरी निकलने वाली है ? मतलब , आज काजल किसके साथ सोने वाली है ? बाकी औरतें तो सबके साथ पहले ही सो चुकी थीं , मगर काजल तो इस ग्रुप में नई थी। और वह थी भी ब्यूटी क्वीन। सारे मर्द एक ही प्रार्थना कर रहे थे कि काश, काजल उन्हें मिल जाये आज की रात। पर इसका निर्णय तो लॉटरी से ही होगा। ड्रॉ की व्यवस्था की गई। काजल रूपी लॉटरी विशाल के हाथ लगी थी आज। उसने हिप हिप हुर्रे बोलकर खुशी भी व्यक्त की थी। बाकी सबकी जोड़ियां बन गई थी उस रात के लिए। आर्यन के हिस्से में सलोनी आई थी।
अब काजल को सब पता चल गया था कि किस तरह ये लोग "वाइफ स्वैपिंग" का खेल खेलते थे और एक दूसरे की बीवियों के साथ रात भर रंगरेलियां मनाया करते थे। काजल सब कुछ वॉच कर रही थी। थोड़ी देर में सब लोग अपने अपने जोड़े के साथ अपने अपने कमरों में चले गये। विशाल भी काजल के पास आ गया और उसकी कमर में हाथ डालने लगा। काजल ने उसे रोक दिया तो विशाल एक जोरदार ठहाका लगाते हुए बोला "अब थोड़ी देर में हम दोनों एक होने वाले हैं तो अब ये झिझक कैसी ?"
"मुझे बाहर शर्म आती है। जो करना है अंदर कर लेना।" काजल धीरे से बोली।
"ओके, ओके, ओके। जैसी आपकी मर्जी। आपकी ये ना ना मुझे और भी ज्यादा मदहोश कर रही है। चलो चलते हैं।" काजल विशाल के साथ कमरे में आ गई।
जैसे ही विशाल ने दरवाजा बंद किया वह भूखे शेर की तरह काजल पर टूट पड़ा। काजल ने बड़ी मुश्किल से खुद को बचाया। बोली "थोड़ा संयम से काम लो। मैं रात भर तुम्हारे साथ हूं न। फिर इतनी बेसब्री क्यों ?"
"अरे, तुम क्या जानो काजल रानी कि तुम क्या चीज हो ? तुम्हारे साथ सोने की मैंने कबसे तमन्ना की थी ? और मैंने ही क्या, सभी ने की है। आज मेरी लॉटरी लगी है तो अब सब्र का क्या काम ? अब तो होने दो गुत्थमगुत्था।" आंख मारते हुए विशाल बोला। उसने अपनी शर्ट उतार दी थी। काजल ऐसे ही खड़ी रही।
"अरे, बेचारे कोमल बदन पर कुछ तो रहम करो। कबसे इन कपड़ों का बोझ ढो रहा है बेचारा , अब तो इसे रिलैक्स कर दो ना।" और विशाल ने काजल की साड़ी पकड़कर खींचनी चाही मगर काजल तुरंत वहां से हट गई। विशाल गिरते गिरते बचा। उसने अपनी पैंट भी उतार दी थी। वह और कपड़े निकालता, इससे पहले ही दरवाजे पर एक दस्तक हुई।
"कौन" विशाल चिल्लाते हुए बोला
"पुलिस" बाहर से आवाज आई
"पु...लि..स। पपपुलिस। पुलिस कहां से आ गई यहां पर ?" पुलिस का नाम सुनकर विशाल की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई थी ।
इतने में पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर आ गई। विशाल चड्डी बनियान में ही था। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और बाहर ले आई। ऐसे ही सबके कमरों में से सबको पकड़ लिया और बाहर बरामदे में ले आए सबको। सब एक जैसे ही थे अधनंगे। पुलिस ने सबकी वीडियोग्राफी की।
आर्यन कहने लगा "ऑफिसर , यहां पर सब लोग पति पत्नी हैं। कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं। पति पत्नी अगर सेक्स नहीं करेंगे तो और क्या करेंगे ?" उसके स्वर में आक्रोश था।
"पति -पत्नी में सेक्स कोई अपराध नहीं है मगर दूसरे की पत्नी से सेक्स करना अपराध है। तुम सब पति पत्नी अवश्य हो मगर आज के जोड़े के रूप में नहीं पति पत्नी नहीं हो। अगर वास्तविक पति पत्नी मस्ती करते तो हमें क्या एतराज ? मगर ये "वाइफ स्वैपिंग" अभी भारत में अपराध है। इसलिए तुम सब गिरफ्तार किये जा रहे हो। और काजल जी, आपको बहुत बहुत धन्यवाद। आपने "वाइफ स्वैपिंग" का यह गंदा खेल पकड़वा कर देश और समाज की बहुत बड़ी सेवा की है। एक बार फिर से बहुत बहुत आभार आपका।" और पुलिस उन सबको पकड़कर थाने ले गई ।
काजल ने टैक्सी मंगवाई और वह अपने पीहर आ गई ।
