वादा
वादा


चिंटू मुँह फैलाकर कमरे के एक कोने में बैठकर सिसक-सिसककर रोए जा रहा था। दरअसल हुआ यह था कि आज पापा ने चिंटू को छोटा भीम सीरियल देखते वक्त टेलीविजन का स्विच ऑफ कर दिया था। पापा से बेहद नाराज था चिंटू।
एक माँ भला बेटे को रोता हुआ कैसे देख सकती थी। माँ चिंटू को चुप कराने का भरसक प्रयास कर रही थी, पर चिंटू रोए जा रहा था। माँ कहती है, बेटा! मैं समझती हूँ तुम नाराज क्यूँ हो? पर शायद तुम नहीं जानते कि तुम्हारे पापा क्या चाहते हैं। बेटे! तुम्हारे पापा हमेशा ही तुम्हारे भले के लिए ही तुम्हें समझाते हैं। पापा की बातों को दिल पर मत लो बल्कि पापा का दिल तुम्हारे दिल से तुम्हारे भविष्य से क्या कहना चाहते हैं इस बात को भी महसूस करो।"
छोटा भीम से भी चींटू अच्छी बातों को अपने विचार में शामिल करता रहता था, और आज माँ की कही बात उसके हृदय को छू गई।
चींटू फौरन पापा के पास जाता है। और पापा से कहता है, "पापा अब से मैं हमेशा ही आपकी बातों को सही रूप में लूंगा। आपकी हर बात मानूंगा मेरे प्यारे पापा।