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Gulafshan Neyaz

Drama

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Gulafshan Neyaz

Drama

सोच है पचपन

सोच है पचपन

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दिल है मेरा बचपन का

सोच है मेरी पचपन की


हिन्दू का ना मुस्लिम का

ऐ देश है हम सब का


तेरा ना मेरा है

ऐ हिन्द तो हम सब का है


हम सब है भाई भाई

फिर आपस मैं कैसी लड़ाई


मिलकर आगे आयेंगे

नया इतिहास बनायेंगे


दिल है मेरा बचपन का

सोच है मेरी पचपन की।


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