Shayri
Shayri
कोई कहता है प्यार कर के इंसान गुन्हा बन जाता है। कोई कहता है प्यार सजा बन जाता है।
मगर मै कहता हूँ अगर प्यार करो सच्चे दिल से। तो प्यार जीने का वजह बन जाता है!
बूरा नहीं हूँ मै मेरी भी कोई कहानी है। ये जो बदला बदला सा लगता हूँ ना मै अपनों की ही मेहरबानी है, गैर तो गैर है गैरों से गिला क्या। पर अपने तो अपने है अपनों से मिला क्या!

