सच्चाई के पथ
सच्चाई के पथ
रीना को इंग्लिश क्लास के बारे में पता चला, वाह इंग्लिश टीचर( रुचि) से मिलने गई। रीना को क्लास पसंद आई। अपने दोस्तों के साथ क्लास ज्वाइन की। इंग्लिश टीचर पेशे की वकील थी। शिक्षा के पैसे नहीं लेती थी। पढ़ाना उसका शौक था, इंग्लिश टीचर का मकसद था ज्यादा से ज्यादा लोगों को शिक्षित करु। एक अच्छी विचारधारा से कार्य कर रही थी। स्वभाव के धनी थी।
एक दिन सभी विद्यार्थी पढ़ाई कर रहते थे। इतने में वहां पर एक शख्स आए और रीना से पूछा किस से मिलना है आप लोगों को ?
रीना बोली रुचि मैडम नहीं आए अभी तक।
जो शख्स थे उन्होंने पूछा अपॉइंटमेंट ली थी ? बिना अपॉइंटमेंट के किसी से नहीं मिलती मैडम। उतने में रुचि का आना होता है, यह मेरे विद्यार्थी है। मैं इन्हें पढ़ाती हूं।
रीना के मन में एहसास होता है इतनी बड़ी वकील होने के बाद भी अपना कीमती समय हमें दे रही है। नरम और कोमल स्वभाव वाली।
देश का लगभग नागरिक ऐसा सोचने लग जाए लोगों की तरक्की हो।
ना चाह हे पैसे कमाने की,
ना चाह हे नाम की,
बस एक चाहा है,
सच्चाई के पथ पर चलने की।।
