परवरिश
परवरिश
सुशीला ने अपने पति से कहा "मिश्रा जी बहु बेटे को मेरी तबीयत के बारे में सूचना दो।" मिश्रा जी उनके बेटे को कॉल करते हैं।
"हां बेटा राहुल । "
"हेलो बाबू जी प्रणाम, कैसे हो आप लोग? "
"खुश रहो बेटा, पर यहां कुछ ठीक नहीं है। तुम्हारी मां की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। तुम लोगों को बहुत याद कर रही है, पता नहीं कब क्या हो जाए । " राहुल घबरा गया और शाम की फ्लाइट से घर आ गए। यह क्या मां तो टीवी देख रही थी । बहू और बेटी मां से गले लिपट कर रोने लगे।
"पिताजी ऐसा कॉल क्यों किया आपने !? हमारी तो जान ही निकल गई थी। "
मां बोली "माफ कर दो बेटा । "
"माफी क्यों मांग रही हो? "
"मैं डर गई थी बेटा, शर्मा जी की पत्नी - अपनी बेटे बहू को याद करते-करते दम तोड़ दिया पर वह लोग नहीं आए। घर में सभी की आंखों में पानी था।
"मेरी परवरिश में कमी नहीं है।"
"आज मुझे विश्वास हो गया मेरा सिक्का खोटा नही निकला। तुम दोनों मेरी परीक्षा में सफल रहे। मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम दोनो पर बना रहे ।"