STORYMIRROR

himani Bhatt

Drama

3  

himani Bhatt

Drama

।। बच्चे की आप सूज ।।

।। बच्चे की आप सूज ।।

1 min
385

रोज की तरह आशा अपने बच्चों को घुमाने गार्डन में ले गई। घर लौटने पर आशा की तबीयत बिगड़ती गई, ठंड से कप कपाने लगी ओर तप गई और जाकर सो गई।

बच्चों को बहुत भूख लग रही थी।

मम्मी कुछ खाने का दो... यह देखकर आशा को मन में बहुत दुख हो रहा था पर वह कुछ नहीं कर पा रही थी। हाथ पैर जैसे अकड़ गए हो।

बेटी ने तुरंत पापा को फोन लगा कर कहा कि कुछ खाने का लेते आना, मम्मी की तबीयत ठीक नहीं है। 

अब आशा और उसके बच्चों की निगाह सिर्फ घड़ी पर और दरवाजे पर कि अब बेल बजेगी और पापा खाने का लेकर आएंगे।  कुछ देर में बेल बजती है " पापा आए होंगे" हां आ गए हैं जैसे उस दिन मसीहा के रूप में आए हो, सभी के चेहरे पर मुस्कान आई। आशा के पति ने चिंता जताई और सभी को खाना खिलाया।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama