"सबसे अच्छी फसल"
"सबसे अच्छी फसल"
अमेरिका के छोटे से कस्बे का एक किसान हर साल प्रतियोगिता में अपनी बढ़िया मकई के लिए इनाम पता था। हर साल वह अपनी मकई की फसल के साथ कुछ नए प्रयोग करता और उनकी बदौलत प्रतियोगिता के दौरान हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन कर पाता।
उसकी सफलता का राज जानने के लिए एक दैनिक अखबार का संवादाता किसान के फार्म हाउस पर पहुंचा। किसान खेतों की सफाई में व्यस्त था।
बुवाई का समय नजदीक आ रहा था। किसान बाड़े में पहुंचा और अपने मकई के बीजों को निकालकर अपने पड़ोसी किसानों के बीच बांटने लगा। संवादाता यह देख कर सोच में पड़ गया कि आखिर किसान अपनी मकई के बेहतरीन बीजों को दूसरों के बीच कैसे बांट सकता है? और फिर बांटने के बाद भी यह किसान सर्वश्रेष्ठ कैसे बना हुआ है?
उससे कुछ समझ नहीं आया। संवाददाता के चेहरे के भाव देखकर किसान उसकी असमंजस की स्थिति भाग गया। वह उसके पास गया और अपने पड़ोसी किसानों से उसे मिलवाने के लिए अपने साथ ले आया। सबसे मिलवा ते हुए बोला यह मेरे पड़ोसी मित्र हैं और हम सब किसानी करते हैं, इसलिए हमारा कार्य क्षेत्र एक ही है। हम सब में कुछ न कुछ विशेष गुण हैं जैसे मैं अच्छे बीजों को पहचानने की क्षमता रखता हूं। ठीक इसी तरह मेरा एक पड़ोसी मौसम की जानकारी पर अच्छी पकड़ रखता है और दूसरा खाद का विशेषज्ञ है। जब मैं उन्हें अपने बीच देता हूं तो बदले में यह भी अपना अमूल्य अनुभव मुझे देते हैं और इस तरह हम सभी अच्छी फसल तैयार करने में सफल होते हैं। इस प्रक्रिया के चलते जब मुझे इनाम मिलता है तो यह सफलता हम आपस में बैठकर एक साथ खुश होते हैं। यही वजह है कि हम लोगों में एक दूसरे के प्रति असुरक्षा की भावना कभी नहीं पनपती। संवादाता किसान की बुद्धिमता के आगे नतमस्तक था।
"जीवन और व्यापार का सूत्र है कि जब तक आप अपने अनुभव बाटेंगे नहीं तो दूसरों के अनुभव से लाभ लेने से भी वंचित रहेंगे"
