असली कामयाबी
असली कामयाबी
एक मुर्गा और बैल अच्छे दोस्त थे।बैल कड़ी मेहनत करता था , इसलिए किसान उसे पौष्टिक भोजन देता था। मुर्गा कुछ कमजोर था और ज्यादा दूर तक उड़ नहीं सकता था। एक शाम दोनों दोस्त मिले तो मुर्गे ने अफसोस जताते हुए कहा ,मैं इस पेड़ की चोटी पर पहुंचना चाहता हूं लेकिन मुझ में इतनी शक्ति नहीं है। बेल ने उसके सामने प्रस्ताव रखा कि वह रोज उसके साथ ही भोजन करें। पहले दिन के भोजन से वह सबसे नीचे की शाखा तक पहुंचने में सफल रहा। दूसरे दिन पोस्टिक दाने खाकर वह उससे ऊंची शाखा पर पहुंच गया और इस तरह 2 सप्ताह बाद वह पेड़ की चोटी पर पहुंचने में कामयाब हो गया। तभी उस पर एक किसान की नजर पड़ी और उसने उसे तीर से मार गिराया।
