Sacha Desh Prem
Sacha Desh Prem
काश यह एक दिन की देशभक्ती हमारी ज़िन्दगी में हर रोज़ की दिनचर्या बन जाती, तब हम वहां होते, जहाँ बाकी देशों की सोच भी नहीं जाती।
क्या नहीं है हमारी सोच में, पर काश यह सोच सुधर जाती और इस देश के काम आती है
यह देश मेरा है, अगर यह बात सबकी समझ में आती, हम आपस में नहीं लड़ते, और दुश्मन देश की भी सोच बदल जाती।
आओ हम सब एक हो जायें, एक दिन की देशभक्ती की अपेक्षा हर रोज़ वन्दे मातरम गाए ।
