पहले प्यार की पहली चिट्ठी
पहले प्यार की पहली चिट्ठी
कहाँ से शुरु करूँ यह समझ नहीं आ रहा, जब से देखा है तुम्हें दिल बस में नहीं है हमारा।
इस चिट्ठी के सहारे बयान करने की कोशिश कर रहे हम जज्बात हमारे। इस बेचैन दिल का करार हो तुम, इन आंखों को है जिसका इंतजार वो ख्वाब हो तुम, हम तुम्हारे लिए किया है वो थो पता नहीं हमे पर आज हम तुम्हें कहना चाहते हैं, कि तुम हो पहला प्यार है हमारा।
वो पल जब मिली थी हमारी नजर पहली दफा उस पल से छा गए आप हमारे दिल में, ख्वाब में भी आप आने लगे नजर, दिन में भी ढूंढा करते हैं अब हम आपको। आप अब वो इंसान बन गए हो हमारे जिनके लिए अब हम जान भी देदे, क्यूँकि कोई और नहीं लगता तुमसे जायदा प्यारा हमें।
अक्सर कही सवाल तुम हमसे पूछते हो, किसे चाहते है हम ? और कितना चाहते है हम ? आज लो कह दिया तुम्हें, तुम ही हो जिसे चाहते है हम और है बेहयाद चाहते है हम। कुछ इस तरह हम आपसे इज़हार करना चाहते थे इस चिट्ठी के द्वारा अपना प्यार बयान करना चाहते थे। इज़हार तो कर दिया है हमने, अब हाँ सुनने के लिए दिल बेकरार है हमारा। एक रिश्ता हम बनाना चाहतें है आपसे, पहला प्यार हो आप हमारा और साथ आपका ज़िंदगी भर निभा ना चाहते हैं हम आपका। क्या आप कबूल करना चाहोगे प्यार हमारा ?