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Aj ...

Tragedy

3.9  

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Tragedy

फाइट विथ फैमिली

फाइट विथ फैमिली

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ये 2020 है। कोरोना नाम की बीमारी ने जहां पूरी दुनिया पर कहर ढा रखा था। वही भारत कोरोना के साथ साथ एल ए सी पर चीन का भी सामना कर रहा था। जहां कुछ ही दिन पहले गलवान घाटी (लद्दाख) में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गये थे। अब परिस्थितियाँ सामान्य तो हो रही थी लेकिन चीन का भरोसा तो नहीं किया जा सकता था। हमारे कुछ सैनिक गलवान नदी के इस तरफ 24 घंटे ड्यूटी पर थे। हम डे - नाईट की शिफ्ट में ड्यूटी दे रहे थे।

आज मेरी ड्यूटी नाईट शिफ्ट में थी मैं अपने 4 साथियों के साथ कैंप से गलवान नदी की ओर चल पड़ा कुछ ही देर में हम वहाँ पहुँच गये। अब हमारे दूसरे साथी कैंप की ओर चल दिए धीरे धीरे रात के साथ साथ ठंड भी बढ़ने लगी। हम ने अब ये निर्णय किया की 2 सिपाही ड्यूटी देंगे और वाकी 3 स्लीपिंग बैग में आराम करेंगे। कुछ ही देर में उन 3 को नींद आ गयी अभी थोड़ा ही वक़्त गुजरा था कि उनमें से एक जोर से से चिल्ला कर उठ बैठा उसकी चीख सुन कर हम भाग कर उसके पास गये। वह कुछ डरा सहमा सा मेरी तरफ देख रहा था मैंने उसे पानी पीने को दिया और उससे पूछा क्या हुआ उसने जो सपना देखा था हमे सुनाने लगा….

चीन ने भारत पर हमला कर दिया। हमारे सैनिकों ने उनका डट कर मुकाबला किया वो किसी भी हाल में आगे बढ़ना चाहते थे और हमारे सैनिक थे कि सर पर कफ़न बाँध कर निकले थे एक इंच भी पीछे हटने को तैयार नहीं लेकिन कुछ ही दिनों में हमारे पास बंदूकें तो थी परन्तु गोलियां ख़त्म होने लगी सरकार के पास गोलियाँ खरीदने तक के पैसे नही थे। फिर भी हमारे सैनिक थे जो उधर की हवा तक को रास्ता न देने की ठान चुके थे। हर कोई बिना हथियारों के आखरी सांस तक लड़ने को तैयार था। थोड़ी देर के लिए गोलियां चलना बंद हुयी तो हम लोग एक जगह चट्टान के पीछे इकठे हुए। उसी समय किसी ने हमे एक वीडियो दिखाया जिसमें ये बताया गया था। हमारे देश के लोग किस तरह चीनी सामान का इस्तेमाल कर देश का पैसा वहां भेज रहे हैं और उन्हीं पैसों से खरीदी गोलिया हमी पर बरस रही हैं ये सब देख सुन कर हमारे सैनिकों का मनोबल टूट सा गया हताशा उनके चेहरों पर साफ़ छलकने लगी थी। अचानक उसी वक़्त एक गोली मेरे सीने पर आ लगी, उसने मेरे हाथ को कस कर पकड़ कर पूछा साहब क्या सच में वो गोली मेरे अपनों की दी थी…….उसके इस सवाल का जबाब मेरे पास तो नहीं था।

हां, फैसला आप को करना है इसलिए मैं इस कहानी का अंत आप पर छोड़ता हूँ…........




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