चीन ने भारत पर हमला कर दिया। हमारे सैनिकों ने उनका डट कर मुकाबला किया!
लोगों कि ज़ुबान कहती है किसान देश की नींव है|
दुर्गेश के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट कर गांव लाया जाता है।
तुम रोना मत और मेरी मा को भी रोने मत देना,एक सैनिक की ज़िन्दगी एसी ही होती है !
यह एक चित्र कथा है, मनोरंजन और गहरे अर्थ से परिपूर्ण। आइए पढ़ते हैं कि नीलकंठ क्यों न रुका ?
उसी समय घर पर अनुज टी वी के आगे पूरे देश के साथ राष्ट्र गान गा रहा था।