पगडंडी मेरे प्यार की

पगडंडी मेरे प्यार की

1 min
494


प्यार एक शब्द भर होता

तो पोंछ देता उसे

अपने जीवन के कागज से।

प्यार होता अगर कोई पत्ता,

तो झरा देता उसे,

अपने मन की क्यारी से।

प्यार होता जो एक गीत,

भूल चुका होता मैैैं उसे,

कभी गुनगुनाकर।


मगर सच तो ये है कि

प्यार तुम हो

और तुम्हे

ना अपने जीवन से पोंछ सकता हूं,

ना झरा सकता हूं,

मन की क्यारी से,

ना भूल सकता हूं,

बस एक बार गुनगुनाकर


क्योंकि मेरे विश्वास

प्यार तुम मेरे लिए हो साक्षात

सदा आसपास

बनकर एक प्यार।।




Rate this content
Log in

Similar hindi story from Romance