पड़ा हुआ रुपया
पड़ा हुआ रुपया


एक बार रमा ने सोचा कि यदि उन्हें कहीं एक दस रुपया पड़ा मिल जाये तो दो रुपया की सिन्नी (प्रसाद) चढ़ायेंगे। भाग्य की बात कि उन्हें एक। दस रुपया पड़ा मिल भी जाता है। भुनाने के लिये लाल की दुकान पर गये।
लाल ने कहा कि सिक्का ज़रा घिसा पिटा है, दो रुपया बट्टा लगेगा। इस पर रमा बोली-
अल्ला मियाँ बड़े सयाने। ऊपर ही काट लिये दो रुपया।